कीटो को अपनाने के सिर्फ दो महीने बाद मैंने देखा कि मेरी आंखों के आसपास की त्वचा बहुत ही सुखी थी और दिन के खत्म होने तक तो मेरे होंठ फट जाते थे। मेरे चेहरे की त्वचा (T region) के पास इतनी ज्यादा ऑयली (oily) थी की देखने लायक भी नही बची थी।
ऐसे कई अनेक कारक (factors) हैं जो चेहरे की नमी में गिरावट के लिए सहायक हो सकते हैं जैसे की उम्र, प्रदूषण और तनाव। बाजार में आज आपको कई प्रकार के लोशन और क्रीम की वैरायटी ( variety ) मिलती है जिसमें आपकी प्रसिद्धि को लेकर सभी प्रकार के दावों किये जाते हैं। लेकिन यह सब सस्ता नहीं होता। भारत में हमारी माताओं और दादियों ने पिछले कई सदियों से अपनी अगली पीढ़ियों तक घरेलू उपचार को पहुंचा कर आगे बढ़ाया है। अब आप उनकी चमकदार त्वचा और प्राकृतिक सौंदर्य के रहस्य को जान गए हैं। आज आपके लिए मेरे पास प्राकृतिक घरेलू उपायों की एक कीटो टिप्स सूची है, जो की सस्ती और प्रभावी है और आपकी सूखी त्वचा को फिर से जीवित कर देगी ।
1.दूध से क्रीम
दूध में लैक्टिक एसिड प्रचुर मात्रा में होता है, जो कि सूखी त्वचा को छानने में बहुत प्रभावी है।और क्योंकि यह सुखदायक है इसलिए यह त्वचा के पीएच स्तर (pH levels)को बनाए रखने में मदद करता है। जैसा की हम भारत में कहते हैं, दूध क्रीम या मलाई एक उत्कृष्ट प्राकृतिक मॉइस्चराइजर (moisturizer)है।
दो चम्मच दूध की क्रीम के साथ एक चम्मच दूध मिलाएं और इसमें नींबू के रस की कुछ बूंदें डालें। अब इस घोल को प्रभावित हिस्से पर लगा कर कुछ देर ऐसे ही छोड़ दें और बाद में नहा लीजिये।
पेस्ट को गाढ़ा करने के लिए एक चम्मच बेसन में तीन चम्मच दूध की क्रीम डालें। इस मिश्रण को अपने चेहरे, हाथ और पैरों पर लगा कर थोड़ी देर सूखने दें और बाद में इसे गुनगुने पानी से धो लें।
इस पेस्ट में आप शहद की कुछ बूंदें, और आधा चम्मच हल्दी भी डाल सकते हैं।
2. जैतून का तेल (Olive Oil)
हम सभी जानते हैं कि जैतून के तेल में प्रचुर एंटीऑक्सिडेंट्स होते है और अच्छे फैटी एसिड भी (fatty acids)। शुष्क त्वचा को आरामदेह और चमकदार बनाये रखने के लिए जैतून का तेल पूरी दुनिया में जाना जाता है।
अपने नियमित मॉइस्चराइजर (moisturizer) को चेहरे पर लगाने से पहले थोड़ा सा वर्जिन जैतून तेल (virgin oil) को चेहरे पर हल्का सा लगाएं।
नहाने से एक घंटा पहले थोड़ा से गरम जैतून तेल से अपने शरीर की मालिश करें और नहाने के बाद शरीर पर लोशन (lotion) लगा लीजिये।
ब्राउन शुगर (brown sugar) और जैतून के तेल को बराबर मात्रा में मिलाएं। घरेलु स्क्रब के साथ इसे अपनी सुखी त्वचा पर गोलाकार तरीके से (circular) लगाएँ। नहाने के बाद अपने नियमित मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करें।
3.शहद
शहद अपने उच्च स्तर के antioxidants, humectant and antimicrobial गुणों के लिए जाना जाता है। यह त्वचा की नमी को बनाए रखता है और चेहरे को कोमल और सौम्य बनाता है।
जैतून का तेल, beeswax और शहद की बराबर मात्रा नाप कर रख लें। अब एक छोटे पैन में Beeswax को पिघलाकर उसमे जैतून का तेल और शहद डालें। अब इसे गैस से हटा दें। इस मिश्रण को अपने शरीर पर लगा कर 15 से 20 मिनट तक छोड़ दीजिये। नहाने के बाद इसका अंतर महसूस कीजिए।
4.सादा दही
दही त्वचा को follicles तक हाइड्रेट कर सकता है। यह एक उत्तम एंटीऑक्सीडेंट है और यह वास्तव में शुष्क त्वचा को मुलायम कर सकता है। लैक्टिक एसिड किसी भी रोगाणु (germs) को हटाने में मदद करता है।
ताजा दहीं को चेहरे, पैर और बाजू पर लगा कर धीरे से मालिश करें और इसे 10 से 20 मिनट तक छोड़ दें। फिर 10 मिनट के बाद नहा लें और आपकी त्वचा को पूरी तरह तरोताज़ा महसूस करेंगें।
अब आधा कप दही और तीन बड़े चम्मच पपीते के लेप को आपस में मिलाइए। इस घोल में नींबू की कुछ बूंदें और शहद को डालें। इस घोल को चहरे के प्रभावित भाग पर लगाएं और 10 मिनट के बाद धो लें।
5. नारियल का तेल
हम बचपन से ही अपने बालों और शरीर पर नारियल के तेल का प्रयोग कर रहे हैं। नारियल के तेल में मौजूद फैटी एसिड नमी से सम्बन्धित किसी भी नुकसान को ठीक कर सकता है।
अपने शरीर पर गर्म नारियल के तेल को लगाइये और इसे रातभर छोड़ दें। सुबह साबुन या शैम्पू के साथ धो लें।
नारियल का तेल नहाने के बाद शरीर में बहुत अच्छे से अवशोषित होता है।
6. एवोकैडो
सभी Ketoites एवोकैडो खाते हैं जबसे वे कीटो फ्रेंडली हुए हैं। एंटीऑक्सिडेंट्स और विटामिन के उच्च स्तर के कारण एवोकैडो त्वचा के लिए बहुत अच्छा है।
सिर्फ एक बार इसके इस्तेमाल के बाद आप देखेंगे कि त्वचा कोमल और नर्म हो जाती है।
एवोकाडो के मैश करें और इसके गूदे को शुष्क त्वचा पर लगाएं। त्वचा पर लगे लेप को ठंडे पानी के साथ 10 से 15 मिनट के बाद धो लें।
आधा चीर लगे हुए एवोकाडो को मैश करें और 2 चम्मच शहद के डालें। इस पेस्ट को शुष्क त्वचा पर लगाएं और इसे सूखने दें। गुनगुने पानी के साथ इसे धो लें।
7. दलिया
दलिये में पाए जाने वाला प्रोटीन का स्तर बहुत अधिक होता है। त्वचा पर यह एक सुरक्षात्मक परत ( protective layer) बना देता है। ओट चेहरे की नमी को बंद कर सकती हैं और इसमें anti-inflammatory गुण भी हैं। इसे दूध या दहीं के साथ घोल कर इसका इस्तेमाल स्क्रब (scrub) की तरह कर सकते हैं।चेहरे पर लेप लगाने के बाद 15 से 20 मिनट तक इसे रखें और फिर गर्म पानी से धो लें।
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