आज हम जानेंगे (Keto) कीटो डाइट क्या है और साथ ही इसके आहार के वैज्ञानिक अर्थ के बारे में भी बात करने जा रहे हैं! आज की इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको एक ही बार में सब समझ आ जायेगा।
सबसे पहले कृपया आप इस बात को जान लें कि एक कीटो आहार के बुनयादी नियमो का कड़ाई से पालन करने पर इसका कोई भी हानिकारक दुष्प्रभाव नहीं होता। ऐसा बहुत कम मामलों में हुआ है जब कीटो आहार विफल रहा हो वह भी केवल व्यक्ति की लापरवाही और उसके सही आहार न लेने के कारण।
हमारा शरीर में हर समय केटोसिस (Ketosis) की स्थिति में होता है। यह एक सामान्य मेटाबोलिक (Metabolic) प्रक्रिया है जो कि हमारे शरीर को हर वक़्त निरंतर कार्य करने की ऊर्जा देता है।
जब आप एक कीटो आहार (Keto Diet) का सेवन करते हैं तो कार्बोहाइड्रेट के आभाव के कारण हमारा शरीर चर्बी को को ऊर्जा के लिए पचाने के लिए मजबूर हो जाता है! हमारा शरीर जब चर्बी पचाने लगता है तब बड़ी संख्या में कीटोन्स (Ketones) बनाना शुरू कर देता है!
एक सामान्य स्वस्थ इंसान, जो एक संतुलित आहार लेता है उसके लिए कीटो आहार का अधिक औचित्य नहीं रहता। लेकिन जब एक बार आप अपने आहार में से Carbs निकाल देते हैं तो शरीर अपनी ऊर्जा की जरुरत को पूरा करने के लिए अपने आप कीटोसिस (Ketosis) पर चला जाता है।
क्या है कीटो डाइट?
कीटो डाइट वजन घटने वाली प्रक्रिया है। कीटो डाइट में हम हाई फैट और प्रोटीन आहार पर ज्यादा धयान देते हैं। हमारे शरीर की खास बात यह है कि जब हमारा शरीर केटोसिस पर चला जाता है तो उस समय हम मानसिक तोर पर संतुष्टि महससूस करते हैं और हमारी ऊर्जा को मानो एक नया जीवन दान मिल जाता है।
यह आपकी मांसपेशियों को बनाए रखता है और इसकी वजह से आपको कभी भी भूखा रहने वाली स्तिथि का सामना नहीं करना पड़ता। दरअसल जब आपका शरीर केटोसिस पर चला गया है तब हमें बहुत ज्यादा भूख महसूस होना भी बिलकुल बंद हो जाता है।
कीटो डाइट में क्या करें क्या न करें – कीटो डाइट चार्ट इन हिंदी
यूरोपियन संघ के डॉक्टर भी कीटो आहार का सुझाव देते हैं , खासकर उन बच्चों को जिन्हें मिर्गी के दौरे से पड़ते हों, या फिर, seizures और मधुमेह के रोगी हों। ऐसे बहुत से शोधकर्ता हैं जो दिल की बीमारियों के जोखिम को कम करने के लिए कीटो आहार के इस्तेमाल का सुझाव दे रहे हैं।
ज्यादातर लोगो में केटोसिस तीन से चार दिनों में शुरू हो जायेगा। मैं खुद भी तीन ही दिन में केटोसिस पर चली गयी थी। लक्षण जो आप पहले हफ्ते में महसूस करेंगे उसमे हल्का सरदर्द और बार-बार बाथरूम जाने की इच्छा शामिल है।
आप मुझपे भरोसा करें जब मैं यह कहूँ कि एक हफ्ते में यह सारे लक्षण गायब हो जायेंगे। और एक बात जो मैं अपने अनुभव से आपके साथ साँझा कर सकती हूं वो यह है कि मानसिक रूप से आप खुद को ऊर्जावान महसूस करते हैं।
दुसरे आहारों से आप दिन के खत्म होते-होते चिड़चिड़ेपन और थकन महसूस करते हैं। एक बार जब मेरा शरीर केटोसिस पर चला गया तो मुझमें हर समय काम करने के लिए भरपूर ऊर्जा रहती है। यहाँ तक की रात के ग्यारह बजे मैं खुद को मानसिक रूप से बहुत तरोताजा और ऊर्जावान महसूस करती थी। मेरी इस खुशी को शब्दों में बयां करना संभव नहीं है। इसके लिए आपको यह अनुभव खुद महसूस करना होगा। यह अनुभव कुछ इस ऐसा था जैसे मेरे दिमाग के दरवाजे खुल गए हों।
इसका इकलौता दुष्प्रभाव जो की मैं आपसे शेयर करना चाहती हूं यह है कि इससे आपके शरीर की गंध में परिवर्तन होता है। आप तीन दिनों के बाद अपने मुंह मैं धातू के जैसा स्वाद महसूस करेंगे। और आपके साथी को आपके शरीर से अजीब सी गंध आ सकती है।
वास्तव मे यह दुर्गन्ध नहीं होती है लेकिन यह सुगंध भी नहीं होती है। इससे बचने का इकलौता तरीका यही है कि आप अधिक मात्रा पानी पीते रहें। मैं हमेशा अपने साथ एक बोतल में नीबू का रस और नमक का घोल रखती हूं!
हर समय अपने शरीर में नमक और खनिज का संतुलन बनाए रखने का प्रयास करें। यह सचमुच में कीटो गंध को नियंत्रित करने में मदद करता है या और एक महीने के बाद तो हर कोई इसका आदि हो जाता है।
किसी भी सामान्य महिला की तरह मैं कीटो आहार के अपने बालों और त्वचा पर प्रभाव को लेकर चिंतित थी। आपको यह जानकर खुशी होगी कि मेरे बाल झड़ना कम हो गए हैं और मरी त्वचा एक युवती की तरह चमकने लगी है। मेरे दोस्त इस तथ्य को प्रमाणित कर सकते हैं।
TDEE – पूरा दिन की ऊर्जा की ज़रुरत का हिसाब (Total Daily Energy Expenditure), जिसका मतलब यह हुआ की ज़िंदा रहने के लिए और अभी का वज़न बरक़रार रखने के लिए आप को कितनी कैलोरीज की दिन में ज़रुरत पड़ेगी.
अब जब आपको पूरा दिन की ऊर्जा की ज़रुरत का हिसाब रखने वाला कैलकुलेटर मिल गया है, तो अगला कदम होगा अपने दिन के खाने की योजना बनाना। घबराइए मत मैं आपके जीवन मुश्किल नहीं बना रही हूँ। आप इस ऊपर दिए aap के ज़रिए अपने दिन के खाने का और उस से मिल रही ऊर्जा का पूरा हिसाब रख सकते हैं.
अब तो मानेंगें की अब तक जो सब कुछ मैंने आपको समझाया वह वैज्ञानिक तथ्यों पर आधारित है. और जब हर चीज़ को इतनी बारीकी से परख जा रहा है, तो उसके सफल होने की आशाएं भी उतनी ज़्यादा होती हैं।
बहाने मारने का समय, अब हुआ पूरा। अब आप दृढ़ निश्चय कीजिये कि आप अपने को एक बार फिर स्वस्थ होने का मौका ज़रूर देंगी।